हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "इरशाद अलकोलुब" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال رسول الله صلی الله علیه وآله وسلم
عائِدُ الْمَريضِ يَخوضُ فِى الْبَرَكَةِ فَاِذا جَلَسَ انْغَمَسَ فيها
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:
बीमार की आयादत करने वाला बरकत में घिर जाता है और जब बीमार के पास बैठता है तो वह उस बरकत में गोता लगाता हैं,यानी बरकत उसके पूरे वजूद को घेर लेती हैं।
इरशाद अलकोलुब,भाग 1,पेंज 44